Hot Posts

6/recent/ticker-posts

चौपारण परिसंघ ने मनाया बाबासाहेब अंबेडकर की पुण्यतिथि, महापरिनिर्वाण दिवस


चौपारण  : बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि 6 दिसंबर के अवसर परपंचायत भवन ताजपुर में रेवाली पासवान की अध्यक्षता में हुई, संचालन मोहन भारती ने किया. कार्यक्रम में मुख्यातिथि अनुसूचित जातीअनुसूचित जनजाती परिसंघ के जिला कार्यकारी अध्यक्ष बैजू गहलोत ने कहा की अम्बेडकर जी का पुण्य तिथि स्कूल, कॉलेजों समेत कई जगहों पर गोष्‍ठी एवं सभाएं होती हैं। रैलियां भी निकलती हैं और अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी जाती है, जो भारतीय संविधान के निर्माता और शोषितों के मसीहा थे, और 6 दिसंबर 1956 को उनका महापरिनिर्वाण (निधन) हुआ था, जिसे उनके अनुयायी 'काला दिवस' (Black Day)के रूप में मानते हैं, क्योंकि उन्होंने अपना पूरा जीवन सामाजिक न्याय और स्वाभिमान के लिए समर्पित किया और इसी दिन वे इस दुनिया से विदा हुए.


डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का निर्माता कहा जाता है। डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में एक दलित परिवार में हुआ था। उन्होंने पूरा जीवन दलितों, शोषितों और पिछड़ों को उनका अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया। उन्होंने हमेशा मजदूर वर्ग व महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। दलितों के मसीहा अंबेडकर महान चिंतक, समाज सुधारक, न्यायविद व अर्थशास्त्री भी थे।

बाबासाहेब के नाम से मशहूर अंबेडकर एक महान चिंतक, समाज सुधारक, कानून विशेषज्ञ, आर्थिक विशेषज्ञ, बहुभाषी वक्ता, संपादक, पत्रकार थे। 

बाबा साहेब के नाम से मशहूर डॉ. भीमराव अंबेडकर को संविधान निर्माता और संविधान का शिल्पकार कहा जाता है। उन्होंने न सिर्फ संविधान निर्माण में सबसे अहम रोल अदा किया बल्कि समाज में दलितों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई। बाबासाहेब ने अपना सारा जीवन भारतीय समाज में व्याप्त जाति व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष में बिता दिया। उन्होंने भारतीय समाज में समानता लाने के काफी प्रयास किए। उन्होंने दलितों और पिछड़ों को उनका अधिकार दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया। उन्होंने हमेशा मजदूर वर्ग व महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया।

अंबेडकर ने जीवन भर छुआछूत, जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया। उन्होंने शिक्षा को सबसे बड़ा हथियार बताया और कहा – 'शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो।' का नारा दिया अध्यक्षता करते परिसंघ के प्रखण्ड अध्यक्ष रेवाली पासवान ने कहा की बाबा साहब के मार्गदर्शन पे चले और शिक्षित बनकर समाज का सेवा करे विशिष्ट अतिथि मुखिया प्रतिनिधि अभिमन्यु प्रसाद भगत ने कहा की बाबा साहब सभी जाती धर्म को लेकर चलने वाले घे और उन्होंने अपने जीवन में सभी वर्गों के लिए कानून  बनाकर देश की हित में कमा किया.
पुण्यतिथि कार्यक्रम में पूर्व मुखिया सीताराम भुईया,प्रखण्ड उपाध्यक्ष मोहन भारती,संतोष पासवान, केदार पासवान,अशोक पासवान,गुलबहार अंसारी सकलदेव यादव, अजित यादव, संतोष विश्वकर्मा, संतोष खेरवार,केशव कुमार लाला,रतन भुईया, केदार भुईया, मुन्ना भुईया अनेक लोग शामिल थे.

Post a Comment

0 Comments