चौपारण : चौपारण प्रखंड अंतर्गत पांडेयबारा गांव निवासी व भाजपा के पूर्व मंडल मंत्री रहे स्वर्गीय संजय पांडे के परिवार की स्थिति इन दिनों अत्यंत दयनीय बनी हुई है। संजय पांडे के आकस्मिक निधन के बाद उनकी पत्नी पूरी तरह से अकेली और बेसहारा हो चुकी हैं।
लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व एक सड़क दुर्घटना में अपने इकलौते जवान बेटे को खोने के बाद यह परिवार गहरे सदमे में था। इसी बीच संजय पांडे को भी एक अन्य दुर्घटना में अपने पांव गंवाने पड़े थे। अभी इस दर्द से उबर ही रहे थे कि करीब एक माह पूर्व उनकी भी असामयिक मृत्यु हो गई। अब उनकी पत्नी के सामने न केवल मानसिक बल्कि आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है।
हालात ऐसे हैं कि पांडे जी की पत्नी की सुध लेने वाला कोई नहीं है, जबकि चौपारण व आसपास के क्षेत्र में भाजपा नेताओं की संख्या कम नहीं है। स्थानीय स्तर पर कोई मदद या सहयोग नहीं मिलने से यह परिवार पूरी तरह उपेक्षित महसूस कर रहा है।
इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए भारत सरकार के पूर्व वित्त एवं विदेश मंत्री तथा हजारीबाग के पूर्व सांसद यशवंत सिन्हा ने मानवीय पहल करते हुए एक प्रतिनिधिमंडल को पांडेयबारा भेजा। प्रतिनिधिमंडल में उनके प्रतिनिधि प्रो. सुरेंद्र सिन्हा, पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष भरत सिंह और पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेश सहाय शामिल थे।
प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर हालात की जानकारी ली और यशवंत सिन्हा को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। प्रो. सुरेंद्र सिन्हा ने कहा कि समाज के लिए समर्पित ऐसे कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि यशवंत सिन्हा ने परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।
इस घटना ने स्थानीय राजनीतिक और सामाजिक संवेदनाओं को झकझोर कर रख दिया है। अब देखना होगा कि क्या पार्टी और अन्य जनप्रतिनिधि भी इस दिशा में कोई कदम उठाते हैं या नहीं।

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