चौपारण : चौपारण प्रखण्ड में गणेश उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाई जा रही हैं, दस दिन तक चलने वाला यह उत्सव मनाया जा रहा हैं । गणेश शब्द का अर्थ होता हैं जो समस्त जीव के स्वामी हो। गणेश जी को विनायक भी कहते हैं। विनायक शब्द का अर्थ हैं,विशिष्ट नायक। वैदिक मत में सभी कार्य के आरम्भ जिस देवता का पूजन से शुभारंभ होता हैं वही विनायक हैं । गणेश चतुर्थी के पर्व का आध्यात्मिक एवं धार्मिक महत्त्व हैं । मान्यता हैं कि भगवान गणेश विघ्नों के नाश करने और मंगलमय वातावरण बनाने वाले गणेश हैं। गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे भारत में काफी उत्साह के साथ मनाया जाता हैं । किन्तु महाराष्ट्र में विशेष रूप से गणेशोत्सव को 10 दिनों तक बड़े धूम-धाम से मनाया जाता हैं। इस त्योहार को गणेशोत्सव या विनायक चतुर्थी भी कहा जाता हैं ।
श्रद्धालु गणेश प्रतिमाओं का दर्शन करने पहुंचते हैं। गणेश हिन्दू धर्म में सबसे ज्यादा पूजे जाने वाले देवता हैं । भगवान गणेश को बुद्धि का देवता भी माना जाता हैं । हिंदू धर्म में किसी भी नए काम को प्रारंभ करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती हैं । माना जाता हैं कि भगवान गणेश की पूजा 1904 में लोकमान्य तिलक ने गणपति प्रतिमा स्थापित कर उत्सव मनाने का शुभारंभ किया । गणेश उत्सव चौपारण के कत्यानी मंदिर चैथी मोड़ करमा पंचायत के बृंदावन, बसरिया सहित कई गांव के क्षेत्रों में गणपति उत्सव मनाया जा रहा हैं।


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