बारिश में कीचड़ से परेशान ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर खुद बनाई सड़क
संवाददाता, भुनेश्वर कुमार महातो
डुमरी/बेरमो : हिम्मत, एकजुटता और आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश करते हुए डुमरी विधानसभा क्षेत्र स्थित नावाडीह प्रखण्ड के काछो पंचायत के गोवारडीह गांव के ग्रामीणों ने वो कर दिखाया, जो जनप्रतिनिधियों और सरकार से लंबे समय से अपेक्षित था, जब बार-बार गुहार के बाद भी कंजकिरो मोड़ से गोवार डीह तक की सड़क निर्माण की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया, तो ग्रामीणों ने खुद ही चंदा इकठ्ठा कर सड़क बनाने का संकल्प लिया। वर्तमान में यह रास्ता कच्चा है और बरसात में कीचड़ व फिसलन से यह जानलेवा हो जाता है, यह गांव का मुख्य मार्ग है, जिससे रोजाना लोगों का आना-जाना होता है बीमारों को अस्पताल ले जाने से लेकर शोक के समय अंतिम यात्रा तक इसी रास्ते से गुजरना पड़ता है, और इसी दौरान कई बार लोग चोटिल भी हो चुके हैं।
ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कई बार गुहार लगाई, लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात, आखिरकार ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने अपने स्तर पर समाधान की ठानी। चंदा इकठ्ठा कर जेसीबी से मोरम गिराया गया, ताकि कम से कम रास्ता चलने लायक बन सके। ग्रामीणों ने यह साफ कर दिया कि अब सिर्फ चुनावी वादों से पेट नहीं भरने वाला अगर नेताओं को उनकी जिम्मेदारी याद नहीं, तो जनता खुद ही अपनी राह बना लेगी। गांव के लोगों की यह एकजुटता और आत्मनिर्भरता न केवल सरकार और जनप्रतिनिधियों के लिए एक आईना है, बल्कि समाज के लिए प्रेरणा भी है। अब देखना यह है कि सरकार कब तक ग्रामीणों की यह अनसुनी पुकार सुनती है या फिर यह भी एक और 'विकास की प्रतीक्षा में बैठा गांव' बनकर रह जायेगा। सड़क मरम्मती कार्य में गौतम कुमार महतो, अमृत प्रजापति, मेहीलाल प्रजापति, धर्मेंद्र प्रजापति, चूरामन प्रजापति, सुंदरलाल यादव, अशोक प्रजापति, डिगेगेश्वर सिंह, राजेश यादव सहित कई का सराहनीय कदम रहा।
0 Comments